अंबुजा सीमेंट्स ने अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल बनने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने कूलब्रुक नामक एक कंपनी के साथ हाथ मिलाया है जो “ज़ीरो-कार्बन हीटिंग टेक्नोलॉजी” में माहिर है। इस तकनीक की मदद से अंबुजा सीमेंट्स अपने कारखानों में जीवाश्म ईंधन (जैसे कोयला) का इस्तेमाल कम करेगी और बिजली का इस्तेमाल बढ़ाएगी। इससे सीमेंट बनाने की प्रक्रिया में होने वाला प्रदूषण कम होगा और कंपनी अपने “नेट ज़ीरो” के लक्ष्य के करीब पहुँचेगी। नेट ज़ीरो का मतलब है कि कंपनी जितना कार्बन उत्सर्जन करती है, उतना ही कार्बन वो वातावरण से सोख भी लेगी।
मुख्य जानकारी :
- अंबुजा सीमेंट्स पर्यावरण के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को समझती है और इसीलिए वो कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए नई तकनीकों में निवेश कर रही है।
- कूलब्रुक की “रोटो डायनामिक हीटर” (RDH) तकनीक सीमेंट बनाने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
- यह साझेदारी अंबुजा सीमेंट्स के लिए “नेट ज़ीरो” के लक्ष्य को 2050 तक हासिल करने में मददगार साबित हो सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- अंबुजा सीमेंट्स का यह कदम निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। कंपनी भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार है और टिकाऊ विकास (sustainable development) पर ध्यान दे रही है।
- पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ, ऐसी कंपनियों में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है जो पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास कर रही हैं।
- हालांकि, निवेशकों को कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और बाजार के अन्य कारकों पर भी नज़र रखनी चाहिए।
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