अमेरिका में रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद, रेटिंग एजेंसी Fitch ने अडानी ग्रुप के कुछ बॉन्ड्स को डाउनग्रेड करने पर विचार कर रही है। Fitch का कहना है कि अगर अडानी ग्रुप की वित्तीय स्थिति में कोई गिरावट आती है, तो वह इन बॉन्ड्स को “जंक” स्टेटस में डाल सकती है। इसका मतलब है कि इन बॉन्ड्स में निवेश करना ज़्यादा जोखिम भरा हो जाएगा।
Fitch ने खास तौर पर अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड, अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन के कुछ बॉन्ड्स पर नजर रखने की बात कही है।
मुख्य जानकारी :
- अमेरिकी अधिकारियों ने अडानी ग्रुप के संस्थापक गौतम अडानी और 7 अन्य लोगों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है।
- आरोप है कि अडानी ग्रुप ने बिजली सप्लाई के कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी।
- Fitch को चिंता है कि इस मामले से अडानी ग्रुप की साख को नुकसान पहुँच सकता है और उन्हें आगे फंड जुटाने में दिक्कत हो सकती है।
- अगर अडानी ग्रुप के बॉन्ड्स को डाउनग्रेड किया जाता है, तो इससे निवेशकों का भरोसा कम हो सकता है और कंपनी के लिए पैसे जुटाना महंगा हो सकता है।
निवेश का प्रभाव:
- अडानी ग्रुप के शेयरों और बॉन्ड्स में निवेश करने वाले निवेशकों को सावधान रहना चाहिए।
- Fitch की रेटिंग पर नजर रखें और कंपनी की वित्तीय स्थिति के बारे में अपडेट रहें।
- इस मामले का असर दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों पर भी पड़ सकता है, इसलिए निवेशकों को पूरे सेक्टर पर नजर रखनी चाहिए।
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