अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने सफाई दी है कि उसके डायरेक्टर गौतम अदानी, सागर अदानी और विनीत जैन पर अमेरिका के भ्रष्टाचार निरोधक कानून FCPA (फॉरेन करप्ट प्रैक्टिसेस एक्ट) के तहत कोई आरोप नहीं लगाया गया है। यह सफाई अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद आई है, जिसमें अदानी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है।
अदानी ग्रीन ने कहा है कि मीडिया में आई कुछ खबरें गलत हैं, जिनमें कहा गया था कि इन तीनों लोगों पर FCPA के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। कंपनी ने बताया कि DOJ के आरोप पत्र में केवल एज़्योर पावर के अधिकारियों और एक कनाडाई निवेशक पर रिश्वतखोरी से जुड़े आरोप हैं।
मुख्य जानकारी :
- अदानी समूह पर अमेरिका में धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं, लेकिन अदानी ग्रीन ने सफाई दी है कि उसके प्रमुख लोगों पर रिश्वतखोरी का कोई आरोप नहीं है।
- यह मामला एज़्योर पावर से जुड़ा है, जिस पर रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं।
- इस खबर से अदानी ग्रीन के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- निवेशकों को यह खबर ध्यान से समझनी चाहिए और किसी भी फैसले से पहले पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए।
- अदानी ग्रीन के शेयरों में उतार-चढ़ाव हो सकता है, इसलिए सावधानी से निवेश करें।
- बाजार की स्थिति और कंपनी के भविष्य को देखते हुए ही निवेश का फैसला लें।
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