पिछले हफ़्ते अमेरिका में बेरोजगारी के दावों में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। नए बेरोजगारी दावों की संख्या 221,000 तक पहुँच गई, जो पिछले हफ़्ते से 3,000 ज़्यादा है। यह आंकड़ा अभी भी कोरोना महामारी से पहले के औसत स्तर के आसपास ही है।
मुख्य जानकारी :
- बेरोजगारी के दावों में यह बढ़ोतरी पिछले महीने आए तूफानों और हड़तालों के असर को दिखाती है।
- कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में नौकरियों में कटौती भी इसका एक कारण हो सकती है।
- यह खबर अमेरिकी अर्थव्यवस्था की सेहत के लिए थोड़ी चिंताजनक हो सकती है, क्योंकि बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुस्ती का संकेत दे सकते हैं।
निवेश का प्रभाव :
- अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े बढ़ने से अमेरिकी डॉलर कमजोर हो सकता है, जिसका असर भारतीय रुपये पर भी पड़ सकता है।
- अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुस्ती आती है, तो इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख सकता है, खासकर उन कंपनियों पर जो अमेरिका से काफ़ी व्यापार करती हैं।
- निवेशकों को इस खबर पर नज़र रखनी चाहिए और आगे आने वाले आर्थिक आंकड़ों का इंतज़ार करना चाहिए ताकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था की सही तस्वीर समझ में आ सके।
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