इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) के एक बड़े अधिकारी ने बताया है कि उनकी नई ड्यूल फीड क्रैकर यूनिट (एक तरह की बड़ी फैक्ट्री) अगले 4 से 5 सालों में बनकर तैयार हो जाएगी। यह फैक्ट्री ओडिशा राज्य में लगाई जा रही है और इसे बनाने में लगभग 610 अरब रुपये से भी ज़्यादा का खर्चा आएगा। इस यूनिट में ऐसी तकनीक होगी जिससे अलग-अलग तरह के कच्चे माल का इस्तेमाल करके पेट्रोकेमिकल्स बनाए जा सकेंगे। इससे कंपनी को और भी ज़्यादा सामान बनाने और बेचने में मदद मिलेगी।
मुख्य जानकारी :
यह खबर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के लिए एक बड़ी खबर है। ड्यूल फीड क्रैकर एक आधुनिक तकनीक वाली यूनिट है जो कंपनी को ज़्यादा लचीलापन देगी क्योंकि यह अलग-अलग तरह के कच्चे तेल और गैस को प्रोसेस कर सकेगी। इससे पेट्रोकेमिकल उत्पादन बढ़ेगा, जिसका इस्तेमाल प्लास्टिक, कपड़ा और दूसरी कई चीज़ें बनाने में होता है। ओडिशा में इतनी बड़ी लागत का निवेश होने से उस क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे और आसपास के उद्योगों को भी फायदा मिलेगा। यह प्रोजेक्ट सरकार के ‘मेक इन ओडिशा’ पहल को भी बढ़ावा देगा।
निवेश का प्रभाव :
इंडियन ऑयल का यह कदम लंबी अवधि में कंपनी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। पेट्रोकेमिकल्स की मांग लगातार बढ़ रही है, और यह नई यूनिट कंपनी को इस मांग को पूरा करने में मदद करेगी। हालांकि, इतने बड़े प्रोजेक्ट को पूरा होने में समय लगेगा (4-5 साल), इसलिए निवेशकों को थोड़ा धैर्य रखना होगा। इस खबर का सीधा असर तुरंत शेयरों की कीमत पर शायद न दिखे, लेकिन यह कंपनी की भविष्य की तरक्की की एक मजबूत नींव ज़रूर रखेगा। जो लोग लम्बे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। निवेशकों को कंपनी के तिमाही नतीजों और इस प्रोजेक्ट की प्रगति पर ध्यान देना चाहिए।