इराक अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कतर और ओमान से प्राकृतिक गैस खरीदने की योजना बना रहा है। इसके साथ ही, इराक की साउथ गैस कंपनी यूएई की एक कंपनी के साथ तैरते हुए एलएनजी (लिक्विफाइड नेचुरल गैस) टर्मिनल के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करेगी। यह कदम इराक की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने और देश में बिजली की कमी को दूर करने में मदद करेगा। इराक वर्तमान में अपनी बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए ईरान से गैस आयात करता है, लेकिन यह नया समझौता देश को ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने में मदद करेगा। एलएनजी टर्मिनल बनने से, इराक सीधे समुद्र से गैस प्राप्त कर सकेगा, जिससे परिवहन की लागत कम होगी और आपूर्ति में स्थिरता आएगी।
मुख्य जानकारी :
यह खबर इराक की ऊर्जा रणनीति में एक बड़ा बदलाव दिखाती है। इराक अपनी गैस आपूर्ति के लिए ईरान पर निर्भरता कम करना चाहता है और कतर और ओमान जैसे नए स्रोतों की तलाश कर रहा है। यूएई की कंपनी के साथ एलएनजी टर्मिनल का समझौता एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह इराक को अपनी गैस आयात क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा। यह कदम इराक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि देश में बिजली की भारी कमी है, खासकर गर्मियों के महीनों में। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
निवेश का प्रभाव:
इराक के ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के नए अवसर खुल रहे हैं। कतर और ओमान से गैस खरीदने और यूएई कंपनी के साथ एलएनजी टर्मिनल समझौते से ऊर्जा क्षेत्र में नई परियोजनाएं शुरू होंगी। इससे संबंधित क्षेत्रों जैसे कि निर्माण, परिवहन और लॉजिस्टिक्स में भी निवेश के अवसर बढ़ेंगे। भारतीय कंपनियों के लिए भी इराक के ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने के अवसर बन सकते हैं, खासकर एलएनजी और संबंधित बुनियादी ढांचे में। निवेशकों को इराक की ऊर्जा नीति और बाजार के रुझानों पर नजर रखनी चाहिए।