ग्रैन्यूल्स इंडिया, एक बड़ी दवा कंपनी, ने 2040 तक नेट ज़ीरो उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। इसका मतलब है कि कंपनी जितना कार्बन उत्सर्जन करेगी, उतना ही कार्बन सोख लेगी। इस लक्ष्य को साइंस बेस्ड टारगेट्स इनिशिएटिव (SBTi) ने मान्यता दे दी है। SBTi एक ऐसा संगठन है जो कंपनियों के जलवायु लक्ष्यों का आंकलन करता है।
ग्रैन्यूल्स ने यह भी वादा किया है कि 2030 तक अपने कार्बन उत्सर्जन में 42% की कमी करेगी। कंपनी ऐसा करने के लिए कई कदम उठा रही है, जैसे कि:
- अपने कारखानों में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करना
- ऊर्जा दक्षता बढ़ाना
- अपने उत्पादों को पर्यावरण के अनुकूल बनाना
मुख्य जानकारी :
यह खबर ग्रैन्यूल्स के लिए बहुत अच्छी है। इससे पता चलता है कि कंपनी पर्यावरण के प्रति गंभीर है। SBTi की मान्यता से कंपनी की साख बढ़ेगी और निवेशकों का विश्वास भी बढ़ेगा।
निवेश का प्रभाव :
जो निवेशक पर्यावरण के प्रति जागरूक हैं, उनके लिए ग्रैन्यूल्स एक अच्छा निवेश विकल्प हो सकता है। कंपनी का नेट ज़ीरो लक्ष्य और SBTi की मान्यता से पता चलता है कि कंपनी भविष्य के लिए तैयार है।