सारांश:
भारत सरकार चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य (MSP) को बढ़ाने पर विचार कर रही है। यह खबर खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने दी है। अभी चीनी का MSP 31 रुपये प्रति किलो है, जो फरवरी 2019 से नहीं बदला है। चीनी मिलों को उत्पादन लागत बढ़ने से नुकसान हो रहा है, इसलिए वे MSP बढ़ाने की मांग कर रही हैं। सरकार इथेनॉल का दाम भी बढ़ाने पर विचार कर रही है, क्योंकि चीनी से इथेनॉल बनाया जाता है और सरकार पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा बढ़ाना चाहती है।
मुख्य अंतर्दृष्टि:
- चीनी मिलों को लागत बढ़ने से परेशानी हो रही है, MSP बढ़ने से उन्हें राहत मिलेगी।
- इथेनॉल के दाम बढ़ने से चीनी से इथेनॉल बनाने का काम और फायदेमंद होगा।
- MSP बढ़ने से चीनी महंगी हो सकती है, जिससे आम आदमी पर असर पड़ेगा।
निवेश निहितार्थ:
- चीनी कंपनियों के शेयरों में तेजी आ सकती है, क्योंकि MSP बढ़ने से उनका मुनाफा बढ़ेगा।
- इथेनॉल बनाने वाली कंपनियों को भी फायदा होगा।
- FMCG कंपनियों पर असर पड़ सकता है, क्योंकि चीनी महंगी होने से उनके उत्पादों की लागत बढ़ेगी।
स्रोत:
इथेनॉल की कीमतों में बढ़ोतरी, चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य में वृद्धि पर विचार कर रही है सरकार