डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज की हैदराबाद के बोलारम स्थित API (एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट) निर्माण इकाई (CTO-2) का हाल ही में USFDA (अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन) ने निरीक्षण किया। यह निरीक्षण 13 नवंबर, 2024 से 19 नवंबर, 2024 तक चला। निरीक्षण के बाद, कंपनी को फॉर्म 483 जारी किया गया है जिसमें 7 कमियाँ बताई गई हैं।
फॉर्म 483 का मतलब है कि USFDA को कंपनी की निर्माण प्रक्रियाओं में कुछ खामियाँ मिली हैं जो दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं। डॉ रेड्डीज को इन कमियों को दूर करने के लिए USFDA को एक योजना देनी होगी और उस पर अमल करना होगा।
मुख्य जानकारी :
- USFDA का निरीक्षण और फॉर्म 483 जारी होना डॉ रेड्डीज के लिए एक नकारात्मक खबर है।
- इससे कंपनी की दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठ सकते हैं और अमेरिका में उसकी बिक्री प्रभावित हो सकती है।
- 7 कमियाँ कितनी गंभीर हैं, यह अभी स्पष्ट नहीं है। कंपनी को इन कमियों को दूर करने में समय और पैसा खर्च करना पड़ेगा।
- इस खबर से डॉ रेड्डीज के शेयरों में गिरावट आ सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- निवेशकों को डॉ रेड्डीज के शेयरों में सावधानी बरतनी चाहिए।
- कंपनी की ओर से आने वाले स्पष्टीकरण और USFDA की आगे की कार्रवाई पर नज़र रखें।
- अगर कमियाँ गंभीर हुईं और कंपनी उन्हें दूर करने में नाकाम रही, तो शेयरों में और गिरावट आ सकती है।