दोस्तों, नवंबर में भारत ने 1.6 मिलियन मीट्रिक टन खाद्य तेल आयात किया है। यह पिछले महीने के मुकाबले 12% ज़्यादा है और पिछले चार महीनों में सबसे ज़्यादा है। ऐसा डीलरों ने बताया है।
इस बढ़ोतरी की वजह त्योहारों का सीज़न और शादियों का मौसम है, जिससे खाद्य तेल की माँग बढ़ गई है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में पाम ऑयल की कीमतें कम होने से भी आयात बढ़ा है।
मुख्य जानकारी :
- तेल की माँग में बढ़ोतरी: त्योहारों और शादियों के कारण खाद्य तेल की माँग बढ़ी है।
- पाम ऑयल की कीमतें: अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में पाम ऑयल सस्ता हुआ है, जिससे आयात बढ़ा है।
- आयात पर निर्भरता: यह दिखाता है कि भारत अभी भी खाद्य तेल के लिए आयात पर कितना निर्भर है।
निवेश का प्रभाव :
- पतंजलि फ़ूड्स जैसी कंपनियों पर असर: ज़्यादा आयात का मतलब है कि पतंजलि फ़ूड्स जैसी कंपनियों को अपने उत्पादों की कीमतें कम करनी पड़ सकती हैं, ताकि वे विदेशी तेलों से मुकाबला कर सकें। इससे उनका मुनाफ़ा कम हो सकता है।
- कृषि क्षेत्र: सरकार को घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन देना चाहिए, ताकि आयात पर निर्भरता कम हो।
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