बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने एक साल के MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) को 8.95% से बढ़ाकर 9% कर दिया है। यह बदलाव 12 नवंबर से लागू होगा। MCLR वह न्यूनतम ब्याज दर होती है जिस पर बैंक कर्ज देता है। इसका मतलब है कि 12 नवंबर के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा से लिया गया कोई भी नया कर्ज, जैसे होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन, पहले से थोड़ा महंगा होगा।
मुख्य जानकारी :
- MCLR में यह बढ़ोतरी RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा रेपो रेट में की गई बढ़ोतरी के बाद हुई है। RBI ने महंगाई को कम करने के लिए रेपो रेट बढ़ाया था।
- बैंक ऑफ बड़ौदा के इस फैसले से दूसरे बैंकों पर भी MCLR बढ़ाने का दबाव बढ़ेगा।
- कर्ज लेने वालों के लिए यह खबर अच्छी नहीं है क्योंकि अब उन्हें कर्ज पर ज्यादा ब्याज देना होगा।
निवेश का प्रभाव :
- अगर आप कर्ज लेने की सोच रहे हैं, तो जल्द से जल्द कर्ज ले लें क्योंकि आगे ब्याज दरें और बढ़ सकती हैं।
- अगर आपने पहले से ही कोई कर्ज ले रखा है, तो अपनी EMI (मासिक किस्त) में बढ़ोतरी के लिए तैयार रहें।
- बैंकिंग सेक्टर के शेयरों पर इस खबर का सकारात्मक असर पड़ सकता है क्योंकि बैंकों की कमाई बढ़ने की उम्मीद है।