आज भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत थोड़ी तेज़ी के साथ हुई। NSE का मुख्य सूचकांक, निफ्टी 50, प्री-ओपन सेशन में 0.02% बढ़कर खुला। इसका मतलब है कि बाजार खुलने से पहले ही निवेशकों में खरीदारी का रुझान दिख रहा था, जिससे शेयरों की कीमतें थोड़ी बढ़ गईं। प्री-ओपन सेशन सुबह 9 बजे से 9:15 बजे तक का एक छोटा समय होता है, जिसमें बाजार की शुरुआती कीमत तय होती है। इस समय की हल्की बढ़त से यह संकेत मिलता है कि आज का दिन बाजार के लिए सकारात्मक हो सकता है, लेकिन यह कोई बहुत बड़ी बढ़त नहीं है।
प्री-ओपन सेशन का मुख्य उद्देश्य बाजार की शुरुआती कीमतों में अचानक आने वाली बड़ी उतार-चढ़ाव को कम करना होता है। इसमें खरीद और बिक्री के ऑर्डर मैच करके एक शुरुआती “संतुलन मूल्य” (equilibrium price) तय किया जाता है। आज के प्री-ओपन डेटा से पता चलता है कि निफ्टी 50 में शामिल कुछ बड़े शेयरों में मांग अच्छी थी, जिसकी वजह से सूचकांक में हल्की बढ़त देखने को मिली।
मुख्य जानकारी :
- सकारात्मक शुरुआत: NSE सूचकांक का प्री-ओपन में ऊपर खुलना एक सकारात्मक संकेत है। यह बताता है कि आज बाजार खुलने से पहले निवेशकों का मूड अच्छा था।
- वैश्विक संकेतों का असर: यह बढ़त काफी हद तक वैश्विक बाजारों से मिले अच्छे संकेतों का परिणाम हो सकती है। जब अमेरिका या एशिया के बड़े बाजारों में तेजी होती है, तो उसका असर अक्सर भारतीय बाजार पर भी दिखता है।
- छोटी बढ़त का महत्व: 0.02% की बढ़त बहुत छोटी है। इसका मतलब है कि बाजार में कोई बहुत मजबूत तेजी नहीं है, बल्कि यह एक सामान्य और संभली हुई शुरुआत है। बड़ी तेजी या मंदी के संकेत तब मिलते हैं जब यह आंकड़ा 0.5% या उससे ज्यादा हो।
- प्री-ओपन सेशन का काम: यह समझना ज़रूरी है कि प्री-ओपन सेशन सिर्फ शुरुआती कीमत तय करने के लिए होता है। असली ट्रेडिंग सुबह 9:15 बजे से शुरू होती है और दिन भर की दिशा उसी से तय होती है। यह शुरुआती बढ़त दिन के अंत तक बनी रहेगी, यह जरूरी नहीं है।
निवेश का प्रभाव :
- सावधानी से निवेश करें: चूंकि यह बढ़त बहुत छोटी है, इसलिए निवेशकों को बहुत उत्साहित होने की जरूरत नहीं है। दिन के दौरान बाजार की चाल देखने के बाद ही कोई बड़ा निवेश फैसला लेना चाहिए।
- मौजूदा रुझानों पर ध्यान दें: निवेशकों को सिर्फ इस शुरुआती बढ़त पर ध्यान देने के बजाय, FII (विदेशी संस्थागत निवेशक) और DII (घरेलू संस्थागत निवेशक) के खरीद-बिक्री के आंकड़ों और अन्य महत्वपूर्ण खबरों पर नजर रखनी चाहिए।
- सेक्टर-विशिष्ट चाल पर ध्यान दें: यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दिन के दौरान कौन से सेक्टर अच्छा प्रदर्शन करते हैं। आज की मामूली बढ़त शायद कुछ खास शेयरों या सेक्टरों में ही केंद्रित हो।
- लंबी अवधि के निवेशक: जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, उनके लिए इस तरह की छोटी-मोटी शुरुआती बढ़त का ज्यादा महत्व नहीं होता। उन्हें कंपनियों के मूलभूत सिद्धांतों (fundamentals) और तिमाही नतीजों (quarterly results) पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।