सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से दिसंबर 2024 के बीच भारत में दक्षिण कोरिया से तैयार स्टील का आयात पिछले पांच सालों के मुकाबले सबसे ज्यादा रहा है। भारत, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा स्टील उत्पादक है, पिछले वित्तीय वर्ष में तैयार स्टील उत्पादों का शुद्ध आयातक बन गया था। इसका मतलब है कि भारत अब स्टील बनाने के लिए ज़रूरी सामान से ज़्यादा स्टील बाहर से मंगा रहा है।
इस बढ़ोतरी की मुख्य वजह देश में स्टील की बढ़ती मांग है, खासकर इंफ्रास्ट्रक्चर और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों में। दूसरी तरफ, विदेशों में स्टील की मांग कम होने से भारत का स्टील निर्यात घट गया है।
मुख्य जानकारी :
- भारत में स्टील की खपत बढ़ रही है, लेकिन साथ ही आयात भी बढ़ रहा है।
- चीन से स्टील आयात भी रिकॉर्ड स्तर पर है।
- भारत सरकार इस बढ़ते आयात को कम करने के लिए कदम उठाने पर विचार कर रही है, जैसे आयात पर टैक्स लगाना।
निवेश का प्रभाव :
- स्टील कंपनियों के शेयरों पर इस खबर का असर पड़ सकता है। बढ़ता आयात घरेलू कंपनियों के लिए चुनौती पैदा कर सकता है।
- सरकार द्वारा आयात पर टैक्स लगाने से स्टील की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिसका असर दूसरे क्षेत्रों पर भी पड़ सकता है।
- निवेशकों को स्टील कंपनियों के प्रदर्शन और सरकार की नीतियों पर नज़र रखनी चाहिए।
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