भारत के वाणिज्य मंत्री ने बताया है कि 2024-25 में भारत का सामान और सेवाओं का निर्यात 800 अरब डॉलर से ज़्यादा होने की उम्मीद है। यह पिछले साल के मुकाबले 5.58% की बढ़ोतरी होगी।
इस बढ़ोतरी की मुख्य वजह सेवाओं के निर्यात में तेज़ी है, जिसमें 10.31% की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, सामानों के निर्यात में सिर्फ़ 2.34% की बढ़ोतरी का अनुमान है।
मुख्य जानकारी :
- सेवा क्षेत्र का दबदबा: भारत की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र का योगदान लगातार बढ़ रहा है, और निर्यात के आंकड़े भी इसी बात की पुष्टि करते हैं।
- वैश्विक चुनौतियाँ: दुनिया भर में आर्थिक मंदी और भू-राजनीतिक तनाव के बावजूद, भारत का निर्यात बढ़ रहा है, जो एक अच्छी बात है।
- चुनौतियाँ: कुछ पारंपरिक क्षेत्रों, जैसे कपड़ा और परिधान, के निर्यात में गिरावट देखी जा रही है।
निवेश का प्रभाव :
- सेवा क्षेत्र में निवेश: IT, टेलीकॉम, और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में निवेश के अच्छे मौके दिख रहे हैं।
- नए क्षेत्रों पर ध्यान: सरकार नए क्षेत्रों, जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और मशीनरी, के निर्यात को बढ़ावा देने पर ज़ोर दे रही है। इन क्षेत्रों में भी निवेश के अवसर हो सकते हैं।
- सावधानी: वैश्विक अनिश्चितता के कारण, निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और अपने निवेश को विभिन्न क्षेत्रों में फैलाना चाहिए।