ईरान के एक बड़े अधिकारी ने कहा है कि ईरान को सीरिया में सैन्य उपकरण, मिसाइलें और ड्रोन भेजने पड़ सकते हैं। यह इसलिए क्योंकि सीरिया में सरकार और विद्रोहियों के बीच लड़ाई फिर से तेज हो गई है। ईरान, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का समर्थन करता है और पहले से ही उन्हें सैन्य सलाहकार और लड़ाके भेज रहा है।
अगर ईरान और हथियार भेजता है, तो इससे लड़ाई और भयंकर हो सकती है और क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है। इससे अमेरिका और इज़राइल, जो विद्रोहियों का समर्थन करते हैं, की चिंता बढ़ेगी।
मुख्य जानकारी :
- सीरिया में गृहयुद्ध फिर से तेज हो रहा है, जिससे ईरान को और हथियार भेजने पड़ सकते हैं।
- ईरान पहले से ही सीरियाई सरकार को सैन्य सहायता दे रहा है, जिसमें सैन्य सलाहकार और लड़ाके शामिल हैं।
- अगर ईरान और हथियार भेजता है, तो इससे लड़ाई और खतरनाक हो सकती है और क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है।
- इससे अमेरिका और इज़राइल की चिंता बढ़ेगी, क्योंकि वे सीरियाई विद्रोहियों का समर्थन करते हैं।
निवेश का प्रभाव :
इस खबर का भारतीय शेयर बाजार पर सीधा असर होने की संभावना कम है। लेकिन, अगर मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ता है तो इसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ सकता है। अगर तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इससे भारत में महंगाई बढ़ सकती है और शेयर बाजार में गिरावट आ सकती है।
निवेशकों को इस स्थिति पर नजर रखनी चाहिए और अगर तेल की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी होती है, तो अपने निवेश की रणनीति पर फिर से विचार करना चाहिए।