सारांश :
जर्मनी की मशहूर औद्योगिक और ऑटोमोटिव सप्लायर कंपनी शेफ़्लर ने यूरोप में 4,700 नौकरियां कम करने का ऐलान किया है। कंपनी का कहना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। इस बदलाव से कंपनी को हर साल लगभग 290 मिलियन यूरो की बचत होगी, लेकिन इसके लिए उन्हें 580 मिलियन यूरो का खर्चा भी आएगा।
यह छंटनी जर्मनी के 10 और यूरोप के 5 स्थानों पर होगी, जिसमें से 2 जगहों को तो पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। कंपनी का लक्ष्य 2029 के अंत तक इस बदलाव को पूरा करना है।
मुख्य अंतर्दृष्टि :
- शेफ़्लर जैसी बड़ी कंपनी का यह फैसला दिखाता है कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में कितना बड़ा बदलाव आ रहा है।
- इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे पारंपरिक इंजन बनाने वाली कंपनियों पर दबाव बढ़ रहा है।
- शेफ़्लर अपने आपको भविष्य के लिए तैयार कर रही है, जहां इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग ज़्यादा होगी।
निवेश निहितार्थ :
- ऑटोमोबाइल सेक्टर में निवेश करने वालों को इस बदलाव पर ध्यान देना चाहिए।
- जिन कंपनियों ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए तैयारी कर ली है, वे आगे बढ़ सकती हैं।
- शेफ़्लर के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।