भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह देश के लोगों के लिए किफायती ऊर्जा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार ऊर्जा खरीद के स्रोतों में विविधता लाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन ने बताया कि भारत अपनी ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न स्रोतों से ईंधन खरीदना चाहता है। इसका मतलब है कि हम सिर्फ़ कुछ देशों पर निर्भर नहीं रहेंगे, बल्कि कई अलग-अलग देशों से तेल और गैस खरीदेंगे।
मुख्य जानकारी :
- कम कीमत: अगर हम कई जगहों से तेल खरीदेंगे, तो हमें सस्ते दामों पर तेल मिल सकता है।
- ऊर्जा सुरक्षा: किसी एक देश पर निर्भरता कम होने से हमारी ऊर्जा आपूर्ति ज़्यादा सुरक्षित रहेगी।
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- सरकार का यह कदम ऊर्जा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे भारत को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।
- तेल की बढ़ती कीमतों के बीच यह फैसला आम आदमी के लिए राहत की बात है।
- इससे ऊर्जा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे उपभोक्ताओं को फायदा होगा।
निवेश का प्रभाव :
- ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने वालों के लिए यह खबर अच्छी है।
- तेल और गैस कंपनियों के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी निवेश के अवसर बढ़ सकते हैं।