भारत सरकार द्वारा जारी किए गए 10 साल के बॉन्ड की ब्याज दर में 2 बेसिस पॉइंट की गिरावट आई है। इसका मतलब है कि अब ये बॉन्ड 6.8278% की ब्याज दर पर मिल रहे हैं, जबकि पहले ये 6.8470% पर थे।
मुख्य जानकारी :
- बॉन्ड की ब्याज दर गिरने से पता चलता है कि बाजार में निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।
- कम ब्याज दर का मतलब है कि सरकार को उधार लेने के लिए कम पैसा देना होगा।
- इससे बैंकों को भी कम ब्याज दर पर पैसा उधार मिल सकता है, जिसका फायदा आम लोगों को होम लोन और कार लोन जैसी चीज़ों में कम ब्याज दर के रूप में मिल सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- बॉन्ड की गिरती ब्याज दरें शेयर बाजार के लिए अच्छा संकेत हो सकती हैं, क्योंकि इससे निवेशक शेयरों में ज़्यादा निवेश कर सकते हैं।
- अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो बॉन्ड में निवेश आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि ब्याज दरें फिर से बढ़ भी सकती हैं।
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