भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने भूटान में पुनात्सांगछू-II पनबिजली परियोजना की दो इकाइयों को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। यह परियोजना भारत और भूटान के बीच एक द्विपक्षीय समझौते के तहत बनाई गई है। इस परियोजना से भूटान को बिजली उत्पादन में मदद मिलेगी और भारत को स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त होगी।
यह परियोजना पश्चिमी भूटान के वांगड्यू जिले में स्थित है। इसमें कुल 6 इकाइयाँ हैं, जिनमें से प्रत्येक 170 मेगावाट बिजली पैदा करेगी। जब सभी 6 इकाइयाँ चालू हो जाएंगी, तो इस परियोजना से सालाना 4,357 गीगावाट-घंटे बिजली का उत्पादन होगा।
BHEL ने इस परियोजना में टर्बाइन, जनरेटर, और अन्य उपकरणों की आपूर्ति और स्थापना की है। यह भूटान में BHEL द्वारा निर्मित कई पनबिजली परियोजनाओं में से एक है। BHEL ने पहले भी चुखा, कुरिछू, ताला और मंगदेछू जैसी परियोजनाओं में योगदान दिया है।
मुख्य जानकारी :
- यह खबर BHEL और भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाता है कि BHEL अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पनबिजली परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा कर सकता है।
- इस परियोजना से भूटान की बिजली उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी और भारत को स्वच्छ ऊर्जा प्राप्त होगी।
- यह परियोजना भारत और भूटान के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को भी दर्शाती है।
निवेश का प्रभाव :
- यह खबर BHEL के शेयरों के लिए सकारात्मक है क्योंकि यह कंपनी की क्षमता और भविष्य की वृद्धि की संभावनाओं को दर्शाता है।
- निवेशक BHEL के शेयरों पर नजर रख सकते हैं और दीर्घकालिक निवेश के लिए विचार कर सकते हैं।
- यह खबर पनबिजली क्षेत्र में निवेश के लिए भी अच्छा संकेत है।
स्रोत: