एंजेल वन, जो कि एक बड़ी स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी है, उसे अब अपना खुद का म्यूचुअल फंड शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एंजेल वन एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड को म्यूचुअल फंड चलाने का लाइसेंस दे दिया है।
एंजेल वन मुख्य रूप से पैसिव इन्वेस्टमेंट पर ध्यान केंद्रित करेगा। पैसिव इन्वेस्टमेंट का मतलब है कि वे इंडेक्स फंड या ईटीएफ जैसे फंड चलाएंगे जो बाजार के किसी इंडेक्स (जैसे निफ्टी 50) का अनुसरण करते हैं।
यह खबर निवेशकों के लिए अच्छी है क्योंकि इससे उन्हें कम खर्च में निवेश करने का एक और विकल्प मिलेगा। एंजेल वन का मकसद निवेश को आसान और सस्ता बनाना है।
मुख्य जानकारी :
- एंजेल वन पहले से ही स्टॉक ब्रोकिंग में एक बड़ा नाम है, और अब म्यूचुअल फंड में आने से उसकी पहुँच और बढ़ेगी।
- पैसिव फंड का चलन भारत में बढ़ रहा है, और एंजेल वन इस मौके का फायदा उठाना चाहता है।
- एंजेल वन के पास टेक्नोलॉजी का अच्छा इस्तेमाल करने का अनुभव है, जिससे उन्हें कम खर्च में फंड चलाने में मदद मिल सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- जो निवेशक कम खर्च में पैसिव इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं, उनके लिए एंजेल वन के म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
- एंजेल वन के आने से पैसिव फंड के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे निवेशकों को और भी अच्छे विकल्प मिल सकते हैं।
- नए निवेशकों के लिए यह शेयर बाजार में निवेश शुरू करने का एक आसान तरीका हो सकता है।
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