भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) ने एक साथ मिलकर एक नई परियोजना शुरू करने का फैसला किया है। यह परियोजना वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) में कोयले से सिंथेटिक प्राकृतिक गैस (SNG) बनाने के लिए होगी। इसके लिए दोनों कंपनियों ने एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना में सतह कोयला गैसीकरण तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे कोयले को SNG में बदला जा सकेगा।
मुख्य जानकारी :
- यह परियोजना भारत सरकार के ‘कोयला गैसीकरण मिशन’ का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को बढ़ावा देना है।
- SNG प्राकृतिक गैस की तरह ही इस्तेमाल की जा सकती है, और इससे देश में प्राकृतिक गैस की कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी।
- इस परियोजना से BPCL को अपनी ऊर्जा उत्पादन क्षमता बढ़ाने और कोल इंडिया को कोयले के नए उपयोग खोजने में मदद मिलेगी।
- यह परियोजना पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि SNG से प्रदूषण कम होता है।
निवेश का प्रभाव :
- यह समझौता BPCL और कोल इंडिया दोनों कंपनियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
- ऊर्जा क्षेत्र में रुचि रखने वाले निवेशक इस परियोजना पर नज़र रख सकते हैं।
- SNG से जुड़े अन्य शेयरों में भी तेजी देखने को मिल सकती है।
- लंबी अवधि में, यह परियोजना भारत के ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।
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