अमेरिका में कच्चे तेल का भाव आज बढ़कर 69.16 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। यह कल के भाव से 2.14 डॉलर यानी 3.19% ज़्यादा है। इसकी वजह नॉर्वे के एक बड़े तेल क्षेत्र में उत्पादन रुकना और रूस-यूक्रेन युद्ध में बढ़ता तनाव है।
मुख्य जानकारी :
- नॉर्वे के जोहान स्वेर्ड्रुप तेल क्षेत्र में बिजली गुल होने से उत्पादन ठप हो गया है। यह पश्चिमी यूरोप का सबसे बड़ा तेल क्षेत्र है।
- रूस-यूक्रेन युद्ध के बढ़ने से भी तेल की कीमतों में तेज़ी आई है।
- पिछले हफ़्ते ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतों में 3% से ज़्यादा की गिरावट आई थी, लेकिन आज की खबर से बाज़ार में फिर से तेज़ी देखने को मिल रही है।
निवेश का प्रभाव :
- तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से तेल कंपनियों के शेयरों में तेज़ी आ सकती है।
- पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं, जिससे महंगाई बढ़ने का ख़तरा है।
- ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है।
- निवेशकों को तेल बाज़ार पर नज़र रखनी चाहिए और आगे आने वाली खबरों के हिसाब से अपने निवेश के फैसले लेने चाहिए।