कोल इंडिया ने नवंबर महीने में पिछले साल के मुकाबले 1.7% ज़्यादा कोयला उत्पादन किया है। नवंबर में कंपनी ने 63 मिलियन टन कोयला निकाला, जबकि पिछले साल नवंबर में यह आंकड़ा 62.8 मिलियन टन था। हालांकि, कोयले की बिक्री में बहुत मामूली बढ़त (0.03%) देखी गई।
मुख्य जानकारी :
- कोयला उत्पादन में बढ़ोतरी यह दिखाती है कि कोल इंडिया देश की ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्रयास कर रही है।
- त्योहारों के बाद बिजली की मांग में कमी आने से कोयले की बिक्री में ज़्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई।
- सर्दियों में बिजली की मांग बढ़ने के साथ कोयले की बिक्री में भी तेज़ी आ सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- कोल इंडिया के शेयरों में तेज़ी देखने को मिल सकती है अगर कंपनी आगे भी उत्पादन बढ़ाती रहती है और मांग में इज़ाफ़ा होता है।
- ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े दूसरे शेयरों पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ सकता है।
- निवेशकों को कंपनी के आने वाले तिमाही नतीजों और सरकार की ऊर्जा नीतियों पर नज़र रखनी चाहिए।