अडानी ग्रीन एनर्जी ने पिछले साल की तुलना में अपनी बिजली उत्पादन क्षमता में 37% की बढ़ोतरी दर्ज की है। यह बढ़ोतरी मुख्यतः नए सोलर और विंड पावर प्लांट्स के चालू होने से हुई है। गुजरात के खावड़ा में 2,000 मेगावाट क्षमता वाले सोलर प्लांट और राजस्थान में 418 मेगावाट क्षमता वाले सोलर प्लांट के शुरू होने से कंपनी को काफी फायदा हुआ है।
इस बढ़ोतरी के साथ, अडानी ग्रीन एनर्जी भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक बन गई है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 45 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल करना है।
मुख्य जानकारी :
- अडानी ग्रीन एनर्जी ने अपनी उत्पादन क्षमता में ज़बरदस्त बढ़ोतरी की है, जो कंपनी के विकास और भारत के रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र के लिए एक अच्छा संकेत है।
- नए प्रोजेक्ट्स के चालू होने से कंपनी का राजस्व और मुनाफा बढ़ने की उम्मीद है।
- सरकार के रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्यों को पूरा करने में अडानी ग्रीन एनर्जी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
निवेश का प्रभाव :
- अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में तेजी देखी जा सकती है क्योंकि कंपनी लगातार अपनी क्षमता बढ़ा रही है और मुनाफा कमा रही है।
- रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए अडानी ग्रीन एनर्जी एक आकर्षक विकल्प हो सकती है।
- हालांकि, निवेश करने से पहले कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं का ध्यानपूर्वक विश्लेषण करना ज़रूरी है।
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