ऑरोबिंदो फार्मा ने हाल ही में मीडिया में आई उन खबरों पर सफाई दी है जिनमें कंपनी को काकीनाडा बंदरगाह और काकीनाडा SEZ से जोड़ा गया था। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि उसका काकीनाडा सीपोर्ट्स लिमिटेड और काकीनाडा SEZ लिमिटेड के स्वामित्व या संचालन से कोई लेना-देना नहीं है, जिसमें ऑरो इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है।
यह सफाई तब आई है जब आंध्र प्रदेश के नागरिक आपूर्ति मंत्री नादेंदला मनोहर ने ऑरोबिंदो रियल्टी पर काकीनाडा बंदरगाह को PDS चावल की तस्करी का केंद्र बनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था कि कंपनी ने काकीनाडा सीपोर्ट्स के CMD को धमकी देकर 2021 में 41.12% हिस्सेदारी जबरन हासिल कर ली थी।
मुख्य जानकारी :
- ऑरोबिंदो फार्मा ने खुद को काकीनाडा बंदरगाह और SEZ से जुड़े विवादों से अलग कर लिया है।
- यह सफाई कंपनी की छवि और शेयर की कीमतों पर पड़ने वाले संभावित नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है।
- इस घटना से पता चलता है कि निवेशकों को किसी भी खबर पर प्रतिक्रिया देने से पहले कंपनी की ओर से आधिकारिक बयान का इंतजार करना चाहिए।
निवेश का प्रभाव :
- ऑरोबिंदो फार्मा के निवेशकों को इस खबर से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि कंपनी ने खुद को विवाद से अलग कर लिया है।
- फिर भी, निवेशकों को कंपनी से जुड़ी आगे की खबरों पर नजर रखनी चाहिए।
- इस घटना से यह सीख मिलती है कि निवेश से पहले कंपनी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करना कितना जरूरी है।
स्रोत: