बैंक ऑफ बड़ौदा ने बताया है कि उनके मुनाफे का मार्जिन पहले के अनुमान से कम रह सकता है। इसका कारण है कि बैंक का खर्च बढ़ रहा है, खासकर कर्मचारियों की सैलरी और IT पर होने वाला खर्च।
पहले बैंक को उम्मीद थी कि उनका नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 3.5% रहेगा, लेकिन अब लग रहा है कि यह 3.3% के आसपास रहेगा। NIM मतलब होता है कि बैंक लोन पर जितना ब्याज कमाता है और जमा पर जितना ब्याज देता है, उसका अंतर।
बैंक ने यह भी बताया कि उनका लोन तेजी से बढ़ रहा है, खासकर कॉर्पोरेट लोन में।
मुख्य जानकारी :
- बैंक ऑफ बड़ौदा के मुनाफे पर खर्च बढ़ने का दबाव है।
- बैंक को भरोसा है कि लोन में अच्छी बढ़ोतरी होगी, लेकिन मुनाफे का मार्जिन कम रहेगा।
- यह खबर बैंकिंग सेक्टर के लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि दूसरे बैंकों को भी ऐसी ही समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयरों में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
- अगर आप बैंकिंग सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं, तो थोड़ा रुककर देखना बेहतर होगा कि दूसरे बैंकों के परिणाम कैसे रहते हैं।
- लंबे समय के लिए निवेश करने वालों के लिए यह चिंता की बात नहीं है, क्योंकि बैंक का लोन बढ़ रहा है और भारतीय अर्थव्यवस्था भी मजबूत है।