BCL इंडस्ट्रीज को अपने बठिंडा डिस्टिलरी में 150 किलोलीटर प्रतिदिन (KLPD) क्षमता वाला एक और इथेनॉल प्लांट लगाने के लिए पर्यावरण मंजूरी मिल गई है। इससे कंपनी की कुल इथेनॉल उत्पादन क्षमता बढ़कर 1100 KLPD हो जाएगी, जिसमें बठिंडा यूनिट में 150 KLPD और हाल ही में अधिग्रहित फतेहाबाद यूनिट में 250 KLPD शामिल हैं।
BCL इंडस्ट्रीज अनाज आधारित इथेनॉल उत्पादन में अग्रणी कंपनी है और यह कदम कंपनी को इस क्षेत्र में और मजबूत करेगा। कंपनी हरित ऊर्जा पहल में भी आगे बढ़ रही है और 9 एकड़ जमीन पर 20 MTPD क्षमता वाला बायोगैस प्लांट लगाने की योजना बना रही है।
मुख्य जानकारी :
- इथेनॉल उत्पादन में वृद्धि: इस नए प्लांट से BCL इंडस्ट्रीज की इथेनॉल उत्पादन क्षमता में काफी वृद्धि होगी।
- बढ़ता बाजार: भारत सरकार जैव ईंधन को बढ़ावा दे रही है, जिससे इथेनॉल की मांग बढ़ रही है। इससे BCL इंडस्ट्रीज को फायदा हो सकता है।
- हरित ऊर्जा पर ध्यान: बायोगैस प्लांट के निर्माण से पता चलता है कि कंपनी सतत ऊर्जा समाधानों के प्रति प्रतिबद्ध है।
निवेश का प्रभाव :
- सकारात्मक संकेत: यह खबर BCL इंडस्ट्रीज के लिए सकारात्मक है और इससे कंपनी के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- दीर्घकालिक विकास: इथेनॉल क्षेत्र में भविष्य उज्जवल है और BCL इंडस्ट्रीज इस विकास का फायदा उठा सकती है।
- जोखिम: सरकारी नीतियों में बदलाव और कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव से कंपनी के कारोबार पर असर पड़ सकता है।
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