भारत ने नवंबर 2023 में 16.1 अरब डॉलर का कच्चा तेल आयात किया है। यह पिछले साल के मुकाबले थोड़ी कम है, लेकिन फिर भी यह एक बड़ी रकम है। तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बदलाव का असर हमारे आयात पर पड़ता है।
- भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है।
- हमारी अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए हमें बहुत सारे तेल की ज़रूरत होती है, इसलिए हम दूसरे देशों से तेल खरीदते हैं।
- तेल की कीमतें बढ़ने से पेट्रोल और डीजल महंगा हो सकता है, जिससे आम आदमी के खर्च पर असर पड़ता है।
निवेश का प्रभाव :
- तेल आयात के आंकड़े यह समझने में मदद करते हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था कैसी चल रही है।
- तेल से जुड़ी कंपनियों (जैसे ONGC, Reliance) के शेयरों पर भी इसका असर पड़ सकता है।
- अगर आपको लगता है कि तेल की कीमतें बढ़ेंगी, तो आप तेल कंपनियों में निवेश कर सकते हैं।