कल के कारोबार में ब्रेंट क्रूड का भाव 1.42 डॉलर गिरकर 77.08 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। यह गिरावट 1.81% की रही।
मुख्य जानकारी :
- कच्चे तेल की कीमतों में यह गिरावट मुख्यतः अमेरिका में बढ़ते कच्चे तेल के भंडार और चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण आई है।
- अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार उम्मीद से ज़्यादा बढ़ा है, जिससे मांग में कमी की आशंका बढ़ गई है।
- चीन में कोविड-19 के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हो रही है, जिससे वहां आर्थिक गतिविधियों में रुकावट आ सकती है और तेल की मांग कम हो सकती है।
निवेश का प्रभाव :
- कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों पर दबाव देखने को मिल सकता है।
- ओएनजीसी, आईओसी, एचपीसीएल जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आ सकती है।
- दूसरी ओर, पेंट, टायर, एविएशन जैसी कंपनियों को कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से फायदा हो सकता है।
- एशियन पेंट्स, जेके टायर, इंडिगो जैसी कंपनियों के शेयरों में तेज़ी देखने को मिल सकती है।