सरकार ने 2025-26 सीजन के लिए कच्चे जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी किसानों को उनकी फसल के लिए बेहतर दाम दिलाने और जूट की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए की गई है।
MSP वह न्यूनतम मूल्य होता है जिस पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदने को तैयार रहती है। इससे किसानों को बाजार में उतार-चढ़ाव से सुरक्षा मिलती है और उन्हें अपनी फसल का उचित मूल्य मिलने का आश्वासन होता है।
मुख्य जानकारी :
- सरकार ने 2025-26 सीजन के लिए कच्चे जूट (TDN-3 किस्म) का MSP 5,335 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
- यह पिछले सीजन के MSP से 285 रुपये प्रति क्विंटल ज़्यादा है।
- MSP में यह बढ़ोतरी किसानों की आय बढ़ाने और जूट की खेती को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
- इससे जूट उद्योग को भी मजबूती मिलेगी और रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे।
निवेश का प्रभाव :
- जूट उद्योग से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।
- जूट उत्पादों की मांग बढ़ सकती है, जिससे इन कंपनियों का मुनाफा बढ़ सकता है।
- निवेशकों को इस क्षेत्र पर नज़र रखनी चाहिए और सोच-समझकर निवेश करना चाहिए।
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