CNBC आवाज़ की खबर के अनुसार, आज होने वाली कैबिनेट मीटिंग में जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी पर चर्चा हो सकती है। यह बढ़ोतरी फसल वर्ष 2025-26 के लिए होगी। सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित दाम दिलाने के लिए MSP बढ़ाने पर विचार कर रही है। अगर MSP बढ़ता है, तो जूट किसानों की आय में वृद्धि होगी और उन्हें खेती में निवेश करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
मुख्य जानकारी :
- जूट की खेती मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और ओडिशा जैसे राज्यों में होती है।
- MSP में बढ़ोतरी से इन राज्यों के किसानों को सीधा फायदा होगा।
- जूट उद्योग को भी बढ़ावा मिल सकता है क्योंकि कच्चे माल की कीमत बढ़ने से उत्पादन लागत बढ़ेगी, जिससे जूट उत्पादों के दाम भी बढ़ सकते हैं।
निवेश का प्रभाव :
- जूट उत्पादों के दाम बढ़ने की संभावना से जूट कंपनियों के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- निवेशकों को ऐसी कंपनियों पर नज़र रखनी चाहिए जो जूट उत्पादों का निर्माण और निर्यात करती हैं।
- हालांकि, MSP में बढ़ोतरी से मुद्रास्फीति पर भी असर पड़ सकता है, इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और बाजार के रुझानों पर ध्यान देना चाहिए।