गुरुवार को, चीन, रूस और ईरान के अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रतिनिधियों ने IAEA के महानिदेशक से मुलाकात की। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम और उस पर चल रहे विवादों पर चर्चा करना था। तीनों देशों ने IAEA से ईरान के साथ सहयोग बढ़ाने और राजनीतिक दबाव से बचने का आग्रह किया। उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के शांतिपूर्ण उपयोग के अधिकार पर भी जोर दिया। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब ईरान और पश्चिमी देशों के बीच परमाणु समझौते को लेकर तनाव बढ़ रहा है।
मुख्य जानकारी :
यह मुलाकात महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाती है कि चीन, रूस और ईरान ईरान के परमाणु मुद्दे पर एक साझा रुख अपना रहे हैं। तीनों देश ईरान के परमाणु कार्यक्रम के शांतिपूर्ण उपयोग के अधिकार का समर्थन करते हैं और IAEA से ईरान के साथ सहयोग बढ़ाने का आग्रह कर रहे हैं। यह पश्चिमी देशों के लिए एक चुनौती है, जो ईरान पर अपने परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए दबाव डाल रहे हैं। इस बैठक का असर आने वाले समय में ईरान और पश्चिमी देशों के बीच होने वाली बातचीत पर पड़ सकता है।
निवेश का प्रभाव :
इस खबर का भारतीय शेयर बाजार पर सीधा असर नहीं है। हालांकि, यह वैश्विक राजनीतिक तनाव को दर्शाता है, जो तेल की कीमतों को प्रभावित कर सकता है। अगर तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि भारत अपनी तेल की जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है। निवेशकों को इस स्थिति पर नज़र रखनी चाहिए और अपने निवेश निर्णयों में सावधानी बरतनी चाहिए।