कोरोमंडल इंटरनेशनल, जो कि खाद और कीटनाशक बनाने वाली एक बड़ी कंपनी है, ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के कृषि विभाग, महिंद्रा कृषि-ई के साथ हाथ मिलाया है। इस साझेदारी का मकसद है भारतीय किसानों को ड्रोन के ज़रिए फसलों पर दवाइयाँ छिड़कने की सुविधा देना।
कोरोमंडल की अपनी एक कंपनी है जिसका नाम है धाक्षा अनमैन्ड सिस्टम्स। यह कंपनी ड्रोन बनाती है। इन्हीं ड्रोनों का इस्तेमाल करके किसानों को यह सेवा दी जाएगी। इससे किसानों का समय और पैसा दोनों बचेगा, और फसल भी अच्छी होगी।
महिंद्रा कृषि-ई का एक ऐप है जिसका नाम है “कृषि-ई खेती के लिए ऐप”। इस ऐप के ज़रिए किसान ड्रोन स्प्रेइंग सेवा बुक कर सकेंगे। इसके अलावा, महिंद्रा कृषि-ई और भी कई तरह की तकनीकी सेवाएं किसानों को देता है।
मुख्य जानकारी :
- यह साझेदारी खेती में नई तकनीक लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
- इससे किसानों को कम लागत में ज़्यादा फायदा होगा।
- ड्रोन से दवाइयाँ छिड़कने से समय की बचत होगी और दवाइयों का सही इस्तेमाल होगा।
- कोरोमंडल और महिंद्रा दोनों को ही इस साझेदारी से फायदा होने की उम्मीद है।
निवेश का प्रभाव :
- यह खबर कोरोमंडल इंटरनेशनल और महिंद्रा एंड महिंद्रा, दोनों कंपनियों के लिए अच्छी है।
- अगर आप इन कंपनियों में निवेश करते हैं, तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
- कृषि क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ रहा है, इसलिए इस क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
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