यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ECB) के नीति निर्माता मार्टिन काज़ाक्स ने कहा है कि अगर यूरो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं होता है, तो ब्याज दरों में बड़ी कटौती की जा सकती है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब यूरो क्षेत्र में मुद्रास्फीति कम हो रही है और आर्थिक विकास धीमा पड़ रहा है। काज़ाक्स ने यह भी कहा कि ईसीबी अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए अपने बॉन्ड खरीद कार्यक्रम को फिर से शुरू करने पर विचार कर सकता है।
मुख्य जानकारी :
- मुद्रास्फीति में कमी: यूरो क्षेत्र में मुद्रास्फीति में गिरावट आ रही है, जिससे ईसीबी को ब्याज दरों में कटौती करने की गुंजाइश मिल रही है।
- आर्थिक विकास में सुस्ती: यूरो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था धीमी गति से बढ़ रही है, जिससे ईसीबी को अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।
- बॉन्ड खरीद कार्यक्रम: ईसीबी अपने बॉन्ड खरीद कार्यक्रम को फिर से शुरू करने पर विचार कर सकता है, जिससे बाजार में तरलता बढ़ेगी और ब्याज दरों में कमी आएगी।
निवेश का प्रभाव :
- ब्याज दरों में कमी का असर: ब्याज दरों में कमी से कंपनियों के लिए कर्ज लेना सस्ता हो जाएगा, जिससे निवेश और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है।
- शेयर बाजार पर प्रभाव: ब्याज दरों में कमी से शेयर बाजार में तेजी आ सकती है, क्योंकि निवेशक कम ब्याज दरों वाले माहौल में शेयरों में निवेश करना पसंद करते हैं।
- निवेशकों के लिए सलाह: निवेशकों को बाजार की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए और अपने निवेश पोर्टफोलियो में बदलाव करने से पहले वित्तीय सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए।
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