यूरोप में प्राकृतिक गैस की कीमतों में आज 5.4% की तेज़ी देखी गई है, जिससे यह €47.42 प्रति मेगावाट घंटा पर पहुँच गई है। यह बढ़ोतरी रूस और यूक्रेन के बीच गैस परिवहन समझौते की समय सीमा नज़दीक आने की वजह से हुई है। इस समझौते के तहत रूस, यूक्रेन के रास्ते यूरोप को गैस की आपूर्ति करता है। अगर यह समझौता आगे नहीं बढ़ता है, तो यूरोप में गैस की कमी हो सकती है, खासकर सर्दियों के मौसम में जब गैस की माँग बढ़ जाती है।
मुख्य जानकारी :
- रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूरोप में ऊर्जा संकट गहराता जा रहा है।
- गैस की आपूर्ति में अनिश्चितता के कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है।
- सर्दियों में गैस की माँग बढ़ने से कीमतों में और तेज़ी आ सकती है।
- यूरोप को एलएनजी (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) के आयात पर निर्भरता बढ़ानी पड़ सकती है, जिससे एशिया के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
निवेश का प्रभाव :
- ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
- एलएनजी कंपनियों के शेयरों में तेज़ी आ सकती है।
- ऊर्जा संकट से जुड़े जोखिमों को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।