भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 15 साल के इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड जारी करके ₹10,000 करोड़ जुटाए हैं। इन बॉन्ड पर ब्याज दर 7.23% है। इस साल SBI ने अब तक ऐसे बॉन्ड से कुल ₹30,000 करोड़ जुटा लिए हैं। बाजार के जानकारों का मानना था कि ब्याज दर 7.15% से 7.20% के बीच रहेगी, लेकिन लंबी अवधि के बॉन्ड की मांग ज़्यादा होने के कारण SBI थोड़ी ज़्यादा ब्याज दर पर पैसे जुटाने में कामयाब रहा।
SBI ने अपनी दूसरी तिमाही की कमाई के नतीजों में बताया था कि वह वित्त वर्ष 2025 में ₹20,000 करोड़ तक के लंबी अवधि के बॉन्ड जारी करेगा। जुलाई-सितंबर तिमाही में, बैंक ने ₹10,000 करोड़ के लंबी अवधि के बॉन्ड और ₹15,000 करोड़ के बेसल III नियमों के तहत टियर 2 बॉन्ड जारी किए थे।
मुख्य जानकारी :
- SBI को इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश के लिए पैसों की ज़रूरत है, और बॉन्ड के जरिए पैसे जुटाना एक अच्छा तरीका है।
- बैंकों के लिए ग्राहकों से जमा राशि जुटाना मुश्किल हो रहा है, इसलिए वे बॉन्ड जारी करके अपनी ज़रूरतें पूरी कर रहे हैं।
- लंबी अवधि के बॉन्ड की मांग ज़्यादा है, जिससे SBI को अपेक्षा से ज़्यादा ब्याज दर पर पैसे जुटाने में मदद मिली।
निवेश का प्रभाव :
- SBI का यह कदम बैंक के लिए सकारात्मक है, क्योंकि इससे उसे अपने कारोबार को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- निवेशकों के लिए, SBI के बॉन्ड एक सुरक्षित निवेश विकल्प हो सकते हैं, खासकर उन निवेशकों के लिए जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं।
- बाजार में ब्याज दरों में बदलाव और SBI के आगे के प्रदर्शन पर नज़र रखना ज़रूरी होगा।