आज भारतीय शेयर बाजार के लिए एक अच्छी शुरुआत हुई है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का प्रमुख इंडेक्स, निफ्टी, प्री-मार्केट सेशन में 0.12% की बढ़त के साथ खुला है। इसका मतलब है कि बाजार खुलने से पहले ही निवेशकों में सकारात्मक रुझान दिख रहा है।
प्री-मार्केट सेशन सुबह 9:00 बजे से 9:15 बजे तक 15 मिनट का होता है। इस छोटे से समय में, शेयरों की खरीद और बिक्री के ऑर्डर दर्ज किए जाते हैं, और इसी के आधार पर बाजार खुलने पर शेयरों की शुरुआती कीमत तय होती है। यह सेशन बाजार की अस्थिरता (volatility) को कम करने में मदद करता है, खासकर अगर रात भर में कोई बड़ी खबर आई हो। यह निवेशकों को रात भर की खबरों या ग्लोबल मार्केट के संकेतों पर तुरंत प्रतिक्रिया देने का मौका देता है।
आज की मामूली बढ़त बताती है कि बाजार में एक सकारात्मक शुरुआत की उम्मीद है, हालांकि यह सिर्फ एक शुरुआती रुझान है और मुख्य बाजार खुलने के बाद इसमें बदलाव आ सकता है।
मुख्य जानकारी :
- सकारात्मक शुरुआत: एनएसई इंडेक्स का प्री-मार्केट में ऊपर खुलना यह दर्शाता है कि निवेशकों का मूड सकारात्मक है। यह बाजार के लिए एक अच्छी शुरुआत का संकेत है।
- प्री-मार्केट का महत्व: प्री-मार्केट सेशन बाजार खुलने से पहले शेयरों की सही शुरुआती कीमत तय करने में मदद करता है। यह रातोंरात की खबरों, जैसे कंपनियों के वित्तीय नतीजे या वैश्विक बाजार के रुझानों, का असर बाजार खुलने से पहले ही समायोजित कर देता है, जिससे मुख्य सत्र में अचानक होने वाले बड़े उतार-चढ़ाव (झटके) कम हो जाते हैं।
- कम अस्थिरता: यह सेशन मुख्य बाजार खुलने पर होने वाली अत्यधिक अस्थिरता को कम करने में सहायक होता है।
- सूक्ष्म बढ़त: 0.12% की बढ़त भले ही छोटी लग रही हो, लेकिन यह बाजार में शुरुआती सकारात्मक गति को दर्शाती है।
निवेश का प्रभाव :
यह प्री-मार्केट में मामूली बढ़त निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकती है, लेकिन उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए।
- शुरुआती संकेत: प्री-मार्केट डेटा सिर्फ एक शुरुआती संकेत होता है। यह जरूरी नहीं कि पूरे दिन बाजार का यही रुझान रहे। मुख्य ट्रेडिंग सेशन में वॉल्यूम और अधिक निवेशकों के आने पर बाजार की दिशा बदल सकती है।
- खबरों पर नज़र: निवेशकों को उन खबरों पर ध्यान देना चाहिए जो इस सकारात्मक शुरुआत का कारण हो सकती हैं, जैसे किसी कंपनी के अच्छे नतीजे या कोई सकारात्मक आर्थिक डेटा।
- रणनीति: जो निवेशक जल्दी एंट्री करना चाहते हैं या रातोंरात की खबरों पर प्रतिक्रिया देना चाहते हैं, उनके लिए प्री-मार्केट सेशन उपयोगी हो सकता है। हालांकि, कम वॉल्यूम और लिक्विडिटी के कारण इसमें जोखिम भी अधिक होता है। नए निवेशकों को शुरुआती घंटों में सीधे बड़े ट्रेड करने से बचना चाहिए। अनुभवी निवेशक इस समय का उपयोग अपनी रणनीति बनाने या हेजिंग (जोखिम कम करने) के लिए कर सकते हैं।
- लंबी अवधि के लिए: लंबी अवधि के निवेशकों के लिए, प्री-मार्केट की ये छोटी-मोटी हलचलें उतनी मायने नहीं रखतीं। उन्हें कंपनी के मौलिक सिद्धांतों और मैक्रो-आर्थिक कारकों पर ध्यान देना चाहिए।