पिछले कुछ समय से विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली कर रहे हैं। इसका मतलब है कि वे अपने शेयर बेचकर भारत से पैसा निकाल रहे हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे अमेरिका में ब्याज दरों का बढ़ना, वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका, और भारत में महंगाई का बढ़ना।
लेकिन अच्छी खबर यह है कि घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) जमकर खरीदारी कर रहे हैं। DII में म्यूचुअल फंड और बीमा कंपनियां शामिल हैं। ये FII की बिकवाली से खाली हुई जगह को भर रहे हैं, जिससे बाजार को सहारा मिल रहा है।
मुख्य जानकारी :
- FII की बिकवाली से बाजार में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन DII का समर्थन बाजार को स्थिर रखने में मदद कर रहा है।
- यह दिखाता है कि भारतीय बाजार में अभी भी निवेशकों का भरोसा है।
- हमें आगे भी FII और DII के निवेश पर नज़र रखनी होगी, क्योंकि इससे बाजार की दिशा का पता चलता है।
निवेश का प्रभाव :
- अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।
- छोटी अवधि के लिए, सावधानी बरतें और बाजार पर नज़र रखें।
- अपने निवेश के फैसले सोच-समझकर लें और किसी विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।
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