रूस की सरकारी गैस कंपनी गैज़प्रॉम ने यूक्रेन के रास्ते यूरोप को गैस की सप्लाई जारी रखी है, भले ही दोनों देशों के बीच युद्ध चल रहा है। यह यूरोप के लिए अच्छी खबर है क्योंकि उसे सर्दियों में घरों को गर्म रखने और बिजली बनाने के लिए गैस की ज़रूरत होती है।
गैज़प्रॉम ने कहा है कि वह यूक्रेन के ज़रिए गैस भेजने के अपने वादे को पूरा करेगा। लेकिन, यह स्थिति कब तक बनी रहेगी, यह कहना मुश्किल है क्योंकि युद्ध की वजह से हालात कभी भी बदल सकते हैं।
मुख्य जानकारी :
- रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद, गैज़प्रॉम यूरोप को गैस की आपूर्ति जारी रखे हुए है।
- यूक्रेन के रास्ते गैस पाइपलाइन अभी भी चालू है और यूरोप को गैस मिल रही है।
- यह यूरोप के लिए एक राहत की बात है, खासकर सर्दियों के मौसम में।
- लेकिन, यह स्थिति नाज़ुक है और भविष्य में क्या होगा, यह कहना मुश्किल है।
निवेश का प्रभाव :
- ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के शेयरों पर इस खबर का असर पड़ सकता है।
- अगर गैस की सप्लाई में कोई रुकावट आती है, तो तेल और गैस की कीमतें बढ़ सकती हैं।
- निवेशकों को ऊर्जा बाज़ार पर नज़र रखनी चाहिए और सावधानी से निवेश करना चाहिए।