जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड और रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी लिमिटेड ने एक बड़ी साझेदारी की है। इस समझौते के तहत, रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी, जेनसोल की 2,997 इलेक्ट्रिक कारों का अधिग्रहण करेगी। यह कदम भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस साझेदारी के तहत, रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी जेनसोल के मौजूदा कर्ज, जो लगभग 315 करोड़ रुपये का है, को भी अपने ऊपर ले लेगी। इससे जेनसोल को अपने वित्तीय बोझ को कम करने में मदद मिलेगी। रेफेक्स इन कारों को ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी लिमिटेड को लीज पर देगी, जो दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेवाएं प्रदान करती है।
मुख्य जानकारी :
- यह सौदा जेनसोल और रेफेक्स दोनों कंपनियों के लिए फायदेमंद है। जेनसोल को अपने कर्ज से मुक्ति मिलेगी और रेफेक्स को इलेक्ट्रिक वाहनों का एक बड़ा बेड़ा मिलेगा जिससे वह अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकेगी।
- इस साझेदारी से इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में तेजी आने की उम्मीद है।
- ब्लू-स्मार्ट मोबिलिटी को भी इससे फायदा होगा क्योंकि उसे और कारें मिलेंगी जिससे वह अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकेगी।
निवेश का प्रभाव :
- जेनसोल के शेयरधारकों के लिए यह एक सकारात्मक खबर है क्योंकि इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।
- रेफेक्स ग्रीन मोबिलिटी के लिए भी यह एक अच्छा कदम है क्योंकि इससे कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर सकेगी।
- इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह एक अच्छा संकेत है।
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