आज GIFT NIFTY मामूली गिरावट के साथ 24,885.50 पर खुला है, जो शुक्रवार के बंद भाव से 23 अंक नीचे है। यह एक छोटा सा बदलाव है, लेकिन यह भारतीय शेयर बाजार के लिए एक हल्का नकारात्मक संकेत दे रहा है। GIFT NIFTY, जो पहले SGX Nifty के नाम से जाना जाता था, भारतीय शेयर बाजार के खुलने से पहले वैश्विक रुझानों और निवेशक भावनाओं का एक शुरुआती संकेत देता है।
यह हल्की गिरावट बताती है कि आज भारतीय शेयर बाजार में सपाट या मामूली गिरावट के साथ शुरुआत हो सकती है। पिछले कुछ दिनों से भारतीय बाजार में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है और निफ्टी 24,600 और 25,150 के बीच कंसोलिडेट हो रहा है। ऐसे में GIFT NIFTY की यह मामूली गिरावट बाजार को इसी दायरे में बनाए रख सकती है।
वैश्विक स्तर पर, एशियाई बाजार आज मिले-जुले रुख के साथ कारोबार कर रहे हैं। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ संबंधी निर्णयों और कुछ आर्थिक आंकड़ों का असर भी बाजार पर दिख रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) पिछले कुछ समय से भारतीय बाजारों में बिकवाली कर रहे हैं, जो बाजार पर दबाव डाल रहा है। हालांकि, भारत का मजबूत Q4 GDP डेटा एक सकारात्मक संकेत है।
कुल मिलाकर, आज भारतीय बाजार में सावधानी भरा रुख देखने को मिल सकता है। निवेशकों को वैश्विक संकेतों, कंपनियों के नतीजों और आगामी RBI की मौद्रिक नीति बैठक पर ध्यान देना होगा।
मुख्य जानकारी :
- मामूली गिरावट का संकेत: GIFT NIFTY में 0.09% या 23 अंकों की गिरावट भारतीय बाजार के लिए एक हल्की नकारात्मक शुरुआत का संकेत है। इसका मतलब है कि बाजार आज सपाट या थोड़ी गिरावट के साथ खुल सकता है।
- वैश्विक संकेत: एशियाई बाजार आज मिले-जुले हैं। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से जुड़े फैसले और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों का असर भी बाजार पर पड़ रहा है। चीन, मलेशिया और न्यूजीलैंड के बाजार छुट्टियों के कारण बंद हैं।
- FIIs की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) भारतीय इक्विटी बाजारों में लगातार बिकवाली कर रहे हैं, जो बाजार पर दबाव डाल रहा है।
- घरेलू सकारात्मकता: भारत का Q4 GDP डेटा उम्मीद से बेहतर रहा है, जो अर्थव्यवस्था के लिए एक मजबूत गति का संकेत देता है।
- बाजार का दायरा: निफ्टी पिछले कुछ दिनों से 24,600 और 25,150 के स्तर के बीच कारोबार कर रहा है, और यह मामूली गिरावट इस दायरे को बनाए रख सकती है।
निवेश का प्रभाव :
GIFT NIFTY में मामूली गिरावट और वैश्विक बाजारों में मिले-जुले संकेतों को देखते हुए, निवेशकों को आज सतर्क रहना चाहिए।
- सावधानी भरा रुख: आज बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है, इसलिए नए निवेश करने से पहले सावधानी बरतें।
- मौजूदा स्थिति का आकलन: अगर आपने पहले से कोई पोजीशन ले रखी है, तो उसके जोखिम का मूल्यांकन करें। छोटी गिरावट पर घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर बाजार में तेज गिरावट आती है तो अपनी रणनीति पर विचार करें।
- सेक्टर-विशिष्ट प्रभाव: अमेरिकी टैरिफ का असर कुछ खास सेक्टरों, जैसे स्टील पर पड़ सकता है, इसलिए इन सेक्टरों में निवेश करने से पहले अच्छी तरह रिसर्च करें।
- दीर्घकालिक दृष्टिकोण: छोटी अवधि की गिरावट को दीर्घकालिक निवेश के अवसरों के रूप में देखा जा सकता है, खासकर अगर आप मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश कर रहे हैं।
- RBI की मौद्रिक नीति: आने वाले दिनों में RBI की मौद्रिक नीति बैठक (4 जून से) होने वाली है। निवेशकों को इस बैठक के परिणामों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इसका ब्याज दरों और बाजार पर बड़ा असर पड़ सकता है।
- डिमैट खाता: अगर आप शेयर बाजार में नए हैं और निवेश शुरू करना चाहते हैं, तो एक अच्छा और विश्वसनीय ब्रोकर चुनकर अपना डीमैट खाता खोल सकते हैं।