अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला एक बार फिर भारत में अपनी दुकानें खोलने की तैयारी में है। खबरों के मुताबिक, टेस्ला ने दिल्ली-एनसीआर में शोरूम खोलने के लिए DLF समेत कई रियल एस्टेट कंपनियों से बातचीत शुरू कर दी है।
टेस्ला कुछ महीने पहले भारत में निवेश की योजना टाल दी थी, लेकिन अब ऐसा लगता है कि कंपनी ने अपना मन बदल लिया है। टेस्ला दिल्ली के साउथ में DLF के एवेन्यू मॉल और गुरुग्राम के साइबर हब में जगह देख रही है। कंपनी को 3,000 से 5,000 वर्ग फुट का शोरूम और सर्विस सेंटर के लिए तीन गुना बड़ी जगह चाहिए।
अभी यह साफ नहीं है कि टेस्ला भारत में कारें आयात करेगी या यहीं बनाएगी। अगर कंपनी कारें आयात करती है, तो उसे 100% तक टैक्स देना पड़ सकता है। लेकिन अगर वह भारत में निवेश करती है, तो उसे कुछ इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर सिर्फ 15% टैक्स देना होगा।
मुख्य जानकारी :
- टेस्ला की भारत में वापसी से इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में तेजी आ सकती है।
- DLF जैसी रियल एस्टेट कंपनियों को भी टेस्ला के आने से फायदा हो सकता है।
- अगर टेस्ला भारत में कारें बनाती है, तो इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- टेस्ला के फैसले से दूसरे विदेशी निवेशकों को भी भारत में आने का हौसला मिलेगा।
निवेश का प्रभाव :
- टेस्ला के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- DLF के शेयरों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
- इलेक्ट्रिक वाहन से जुड़ी कंपनियों, जैसे बैटरी निर्माताओं और चार्जिंग स्टेशन प्रदाताओं के शेयरों में भी तेजी आ सकती है।
- निवेशकों को टेस्ला के भारत में आगे बढ़ने की योजनाओं पर नजर रखनी चाहिए।
स्रोत: