ग्रीव्स कॉटन, जो पहले डीजल इंजन बनाने के लिए जानी जाती थी, अब एक बड़ी योजना बना रही है! कंपनी ने ऐलान किया है कि वो 2030 तक ₹15,000 करोड़ (लगभग 2 बिलियन डॉलर) की कमाई करना चाहती है। इसके लिए वो दो तरीके अपनाएगी:
- अपने दम पर बढ़ोतरी: कंपनी अपने मौजूदा कारोबार को और मजबूत बनाएगी।
- नई कंपनियों को खरीदना: ग्रीव्स कॉटन दूसरी कंपनियों को खरीदकर अपना कारोबार बढ़ाएगी।
ग्रीव्स कॉटन अब सिर्फ डीजल इंजन नहीं बनाती, बल्कि कई तरह के वाहन और उनसे जुड़ी सेवाएं भी देती है। कंपनी का मानना है कि अगले कुछ सालों में भारत में ‘ग्रीन मोबिलिटी’ (पर्यावरण के अनुकूल वाहन) का बाजार बहुत बढ़ेगा, और वो इसमें बड़ा रोल अदा करना चाहती है।
मुख्य जानकारी :
- ग्रीव्स कॉटन का यह लक्ष्य काफी महत्वाकांक्षी है, लेकिन कंपनी पिछले कुछ सालों में काफी बदलाव ला चुकी है और नए क्षेत्रों में अपना पैर जमा रही है।
- कंपनी ‘इलेक्ट्रिक मोबिलिटी’ (बिजली से चलने वाले वाहन) पर खास ध्यान दे रही है, जो आने वाले समय में भारत में एक बड़ा बाजार बन सकता है।
- ग्रीव्स कॉटन के इस एलान से पता चलता है कि कंपनी को भारतीय बाजार में अपने भविष्य को लेकर काफी विश्वास है।
निवेश का प्रभाव :
- अगर ग्रीव्स कॉटन अपनी योजनाओं में कामयाब रहती है, तो इसके शेयरों में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
- ‘ग्रीन मोबिलिटी’ और ‘इलेक्ट्रिक वाहन’ क्षेत्र में निवेश करने में रुचि रखने वाले निवेशक ग्रीव्स कॉटन के शेयरों पर नजर रख सकते हैं।
- हालांकि, निवेश करने से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार के हालात को अच्छी तरह समझ लेना जरूरी है।
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