हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के बीच तेजस लड़ाकू विमान के लिए इंजन बनाने का सौदा महंगा होता जा रहा है। GE अब पहले तय कीमत से 4250 करोड़ रुपये ज़्यादा मांग रहा है, जो कि शुरुआती कीमत से 50% अधिक है। यह बढ़ोतरी महंगाई, सप्लाई चेन में रुकावटें और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर से जुड़ी बातों की वजह से है।
इस सौदे के तहत GE भारत में F414 इंजन बनाएगा, जिससे भारत को लड़ाकू विमान बनाने में आत्मनिर्भरता मिलेगी। लेकिन कीमत बढ़ने से इस प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ जाएगी।
मुख्य जानकारी :
- GE के इंजन की कीमत बढ़ने से HAL के तेजस प्रोजेक्ट का बजट बढ़ सकता है।
- भारत सरकार को इस बढ़ी हुई कीमत पर बातचीत करनी होगी और यह देखना होगा कि यह सौदा अब भी फायदेमंद है या नहीं।
- यह खबर HAL के शेयरों पर असर डाल सकती है, क्योंकि प्रोजेक्ट की लागत बढ़ने से कंपनी का मुनाफा कम हो सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- निवेशकों को HAL के शेयरों में निवेश करने से पहले इस खबर के असर का आकलन करना चाहिए।
- रक्षा क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों को इस तरह की खबरों पर नज़र रखनी चाहिए, क्योंकि इससे उनके निवेश पर असर पड़ सकता है।
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