हमास ने आखिरकार मान लिया है कि उनके पास कुछ ज़राइली सैनिक बंधक हैं और वे उनके बारे में बातचीत करने को तैयार हैं। यह एक बड़ी खबर है क्योंकि इससे पहले हमास इस बात को मानने से इनकार करता रहा था। हालांकि, हमास ने यह भी कहा है कि वे सिर्फ़ क़तर और मिस्र के साथ बातचीत करेंगे, अमेरिका के साथ नहीं।
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे इसराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में थोड़ी राहत की उम्मीद जगी है। बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत शुरू हो सकती है और शायद आगे चलकर युद्धविराम भी हो सकता है।
मुख्य जानकारी :
- हमास का ज़राइली सैनिकों को बंधक बनाने की बात स्वीकार करना एक बड़ा बदलाव है। इससे पहले वे ऐसा करने से इनकार करते रहे थे।
- हमास का अमेरिका से बात न करने की शर्त बातचीत को मुश्किल बना सकती है।
- इस खबर से बंधकों के परिवारों को थोड़ी उम्मीद ज़रूर मिली होगी।
निवेश का प्रभाव :
यह खबर अंतरराष्ट्रीय बाजारों, खासकर तेल की कीमतों को प्रभावित कर सकती है। अगर बातचीत आगे बढ़ती है और युद्धविराम होता है, तो तेल की कीमतों में गिरावट आ सकती है। भारतीय शेयर बाजार पर भी इसका असर पड़ सकता है।
स्रोत: