पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (POWERGRID) को दो इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) परियोजनाओं के लिए टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (TBCB) के तहत सफल बोलीदाता घोषित किया गया है। ये परियोजनाएं तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र से बिजली निकालने और तमिलनाडु व कर्नाटक में नवीकरणीय ऊर्जा (RE) परियोजनाओं को राष्ट्रीय ग्रिड में जोड़ने में मदद करेंगी।
यह POWERGRID के लिए एक बड़ी जीत है और इससे कंपनी की भारत के बिजली ट्रांसमिशन क्षेत्र में मजबूत स्थिति और मजबूत होगी।
मुख्य जानकारी :
- POWERGRID भारत की सबसे बड़ी बिजली ट्रांसमिशन कंपनी है और यह देश के बिजली बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र तमिलनाडु के लिए बिजली का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और इन परियोजनाओं से इस बिजली को देश के बाकी हिस्सों तक पहुंचाना आसान होगा।
- नवीकरणीय ऊर्जा (RE) परियोजनाओं को ग्रिड से जोड़ने से भारत को अपने नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
निवेश का प्रभाव :
- यह खबर POWERGRID के लिए सकारात्मक है और इससे कंपनी के शेयरों में तेजी आ सकती है।
- बिजली ट्रांसमिशन क्षेत्र में निवेश करने में रुचि रखने वाले निवेशक POWERGRID के शेयरों पर विचार कर सकते हैं।
- नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी यह खबर सकारात्मक भावना ला सकती है।