हुंडई मोटर इंडिया अगले 10 सालों में भारत में 32,000 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली है। इसमें से 6,000 करोड़ रुपये पुणे में एक नए प्लांट के लिए होंगे, जिससे 2028 तक उनकी उत्पादन क्षमता 30% बढ़ जाएगी। कंपनी एसयूवी और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) पर खास ध्यान दे रही है।
हुंडई का मानना है कि भारत सरकार की नई ईवी नीतियां, जैसे कम आयात शुल्क, विदेशी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए आकर्षित करेंगी। इससे भारत, EV उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र बन सकता है।
मुख्य जानकारी :
- हुंडई का यह निवेश भारत के ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए बहुत अच्छी खबर है। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- EV पर ज़ोर देने से पता चलता है कि हुंडई भविष्य के लिए तैयार है, क्योंकि दुनिया भर में EV की मांग बढ़ रही है।
- सरकार की EV नीतियों का असर दिख रहा है और विदेशी कंपनियां भारत में निवेश करने में रुचि दिखा रही हैं।
निवेश का प्रभाव :
- हुंडई के शेयरों में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि कंपनी भारत में अपना कारोबार बढ़ा रही है।
- ऑटोमोबाइल और EV से जुड़े दूसरे शेयरों पर भी नज़र रखें, क्योंकि यह क्षेत्र तेज़ी से बढ़ रहा है।
- सरकार की नीतियों और EV बाजार के रुझानों पर ध्यान दें, क्योंकि ये आपके निवेश को प्रभावित कर सकते हैं।
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