यूक्रेन और पोलैंड मिलकर रूस से गैस खरीदना बंद करने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए वे गैस लाने के नए रास्ते ढूंढ रहे हैं।
अभी यूक्रेन के रास्ते रूस से गैस यूरोप जाती है, लेकिन 2025 में इस समझौते की अवधि खत्म हो रही है। यूक्रेन इसे आगे नहीं बढ़ाना चाहता।
यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्मीहल ने कहा है कि वे रूस के अलावा किसी और देश से गैस लाने के लिए तैयार हैं।
पोलैंड भी रूस से अलग गैस स्रोत चाहता है। इसलिए दोनों देश मिलकर नए विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
मुख्य जानकारी :
- यूक्रेन रूस से अपनी ऊर्जा निर्भरता खत्म करना चाहता है।
- यूरोप को गैस की आपूर्ति के लिए नए रास्तों की ज़रूरत है।
- यह बदलाव गैस बाजार में बड़ा उलटफेर ला सकता है।
- अज़रबैजान से गैस लाने पर विचार हो रहा है।
निवेश का प्रभाव :
- ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने वालों के लिए यह महत्वपूर्ण खबर है।
- रूस की गैस कंपनियों के शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- यूक्रेन और पोलैंड में गैस परिवहन से जुड़ी कंपनियों को फायदा हो सकता है।
- अज़रबैजान की ऊर्जा कंपनियों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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