IIFL फाइनेंस ने घोषणा की है कि वह अमेरिकी डॉलर या अन्य विदेशी मुद्रा में कर्ज जुटाने की योजना बना रही है। यह कर्ज ‘सिक्योर्ड डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स’ के रूप में होगा, जिसका मतलब है कि इसके पीछे कंपनी की कुछ संपत्ति गिरवी रखी जाएगी। कंपनी ने अभी तक यह नहीं बताया है कि वह कितना कर्ज जुटाएगी और किस ब्याज दर पर। यह जानकारी बाजार की स्थिति और नियमों के अनुसार तय होगी।
मुख्य जानकारी :
- IIFL फाइनेंस विदेशी मुद्रा में कर्ज लेकर अपने कारोबार का विस्तार करना चाहती है।
- विदेशी मुद्रा में कर्ज लेने से कंपनी को कम ब्याज दर पर पैसा मिल सकता है।
- लेकिन, विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव से कंपनी को नुकसान भी हो सकता है।
निवेश का प्रभाव :
- IIFL फाइनेंस के शेयरों में निवेश करने वालों को इस खबर पर ध्यान देना चाहिए।
- विदेशी मुद्रा में कर्ज लेने से कंपनी के मुनाफे पर असर पड़ सकता है।
- निवेशकों को कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन और बाजार की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए।