दोस्तों, दिसंबर में भारत ने कम खाद्य तेल आयात किया है। यह पिछले तीन महीनों में सबसे कम आयात है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि भारत में तेल के दाम बढ़ गए हैं और लोगों ने कम तेल खरीदना शुरू कर दिया है। इसके अलावा, भारत में तिलहन का उत्पादन भी बढ़ा है, जिससे आयात की ज़रूरत कम हुई है।
मुख्य जानकारी :
- दिसंबर में पाम तेल का आयात बहुत कम हुआ है। इसकी वजह से मलेशिया में पाम तेल के दाम कम हो सकते हैं, क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा पाम तेल खरीदार है।
- सोया तेल का आयात थोड़ा बढ़ा है, क्योंकि पाम तेल महंगा होने की वजह से लोग सोया तेल खरीद रहे हैं।
- सूरजमुखी तेल का आयात कम हुआ है।
- कुल मिलाकर, भारत अब भी खाद्य तेल के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है, लेकिन सरकार कोशिश कर रही है कि भारत में ही ज़्यादा तिलहन पैदा हो।
निवेश का प्रभाव :
- अगर आप खाद्य तेल कंपनियों में निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है।
- तिलहन उत्पादन बढ़ने से इन कंपनियों का मुनाफा कम हो सकता है।
- आयात कम होने से तेल के दामों में कमी आ सकती है, जिससे मुद्रास्फीति पर असर पड़ेगा।
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